‘घुटन होती थी, जब लोग…’, Acharya Pramod Krishnam का कांग्रेस पर गंभीर आरोप

कांग्रेस ने कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस आलाकमान पर कई आरोप लगाए हैं. साथ ही उन्होंने कहा, मेरे सिर पर एक बोझ था, जो कि उतर गया है. मैं कांग्रेस पार्टी की लीडरशिप का एहसानमंद हूं. उन्होंने मेरे ऊपर एक बड़ा उपकार किया है. कांग्रेस ने कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर उनके खिलाफ ये एक्शन लिया गया है..निष्कासन के बाद प्रमोद कृष्णम ने संभल के एचौड़ा कंबोह स्थित कल्कि धाम में आजतक से खास बातचीत में सवालों के बेबाकी से जवाब दिए.उन्होंने कांग्रेस आलाकमान पर कई आरोप लगाए तो अपने और कांग्रेस के भविष्य को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. सवाल: वो कौन से कारण थे, जिनकी वजह से कांग्रेस ने निकाला? जवाब: मेरे सिर पर एक बोझ था, जो कि उतर गया है. मैं कांग्रेस पार्टी की लीडरशिप का एहसानमंद हूं. उन्होंने मेरे ऊपर एक बड़ा उपकार किया है. काफी घुटन होती थी, जमेरे सिर पर एक बोझ था, जो कि उतर गया है. मैं कांग्रेस पार्टी की लीडरशिप का एहसानमंद ह… मैं चिंतन करता था कि मैं ऐसी पार्टी के साथ क्यों खड़ा हूं, जो कि राम के निमंत्रण को ठुकराना चाहती है. बहुत पीड़ा होती थी कि मैं ऐसी पार्टी के नेताओं क.अपना नेता मानता हूं जो कि अपने बुजुर्गों का सम्मान नहीं करते है. ऐसे लोगों को नेता मानना पड़ा है जो न ही अपनी मां-बहन की इज्जत करते हैं और न देश का सम्मान. कांग्रेस पार्टी के उन नेताओं का धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे इस पाप से मुक्त कर दिया. भगवान राम का वनवास 14 साल का था लेकिन इस निष्कासन को भी 6 साल से बढ़कर 14 साल कर दिया जाए.

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